Monday, November 16, 2015
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Location:
Haridwar, Uttarakhand, India
Thursday, July 30, 2015
Sunday, July 26, 2015
Friday, July 24, 2015
एडिडास पहला स्पोर्ट्स शू ब्रांड (All Day I Dream About Sports)
हर ब्रांड के पीछे एक प्रोडक्ट होता है।और उस प्रोडक्ट के पीछे एक इंसान।
जर्मनी के एक छोटे से क़स्बे में रहने वाले दो भाई एडोल्फ और रुडोल्फ ने साथ मिलकर एक बड़ा सपना देखा था। इतना बड़ा जो आज तक पूरा नहीं हो पाया। दोनों मिलकर 20 वर्ग मीटर के बाथरूम में हाथ से जूते बनाया करते थे, जाहिर है तब वे यह बात नहीँ जानते थे ।कि यही वह नींव हैं जिस पर दो दिग्गज कंपनिया खड़ी होने वाली हैं
उन्होंने खिलाड़ियों की सलाह ले कर अपने प्रोडक्ट तैयार करते थे।
1927 मैं दोनों भइयो ने जूतो की फैक्ट्री खोली और उसके कुछ समय बाद ओलंपिक खिलाड़ियों ने इनके जूते पहनें । जब जेसी ओवेन्स ने इनके जूते पहन कर चार गोल्ड मैडल जीते तो डेसलर की धूम मच गई ( उस समय जूतो का नाम डेसलर था) लेकिन पारिवारिक लड़ाई से दोनों भाई अलग हो गए तब ऐड़ी ने एडिडास और रुडोल्फ ने प्यूमा की कंपनी शुरू की, जब ऐड़ी दुनिया से गये, तब एडिडास हर साल 4.5 करोड़ जूते बना रा था; और डेसलर स्पोर्ट्स दुनिया का बेताज बादशाह था ।
1987 मैं ने कम्पनी बेच दी गयी, लेकिन ब्रांड आज भी कायम हैं।
2006 मैं एडिडास ने 11.8 अरब डॉलर मैं रीबॉक को खरीद कर अपनी स्थिति और मजबूत कर ली।
2010 मैं एडिडास ने 11.99 अरब यूरो की बिक्री की और इसमें 42,540 कर्मचारी काम करते थे।
(क्या आप जानते थे)
एडोल्फ के पास 700 से जायदा पेटेंट्स थे । आपसी विवाद के कारण दोनों भाई एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए । कस्बे के लोग उनकी लड़ाई का खूब फायदा उठाते थे । शरारती लोग जान भुझ कर एडिडास के जुते पहन कर रुडोल्फ से मिलने जाते थे । यह देख कर रुडोल्फ आग बबूला हो जाता थे और उन लोगो को मुफ़्त जूते दे देता थे।
जर्मनी के एक छोटे से क़स्बे में रहने वाले दो भाई एडोल्फ और रुडोल्फ ने साथ मिलकर एक बड़ा सपना देखा था। इतना बड़ा जो आज तक पूरा नहीं हो पाया। दोनों मिलकर 20 वर्ग मीटर के बाथरूम में हाथ से जूते बनाया करते थे, जाहिर है तब वे यह बात नहीँ जानते थे ।कि यही वह नींव हैं जिस पर दो दिग्गज कंपनिया खड़ी होने वाली हैं
उन्होंने खिलाड़ियों की सलाह ले कर अपने प्रोडक्ट तैयार करते थे।
1927 मैं दोनों भइयो ने जूतो की फैक्ट्री खोली और उसके कुछ समय बाद ओलंपिक खिलाड़ियों ने इनके जूते पहनें । जब जेसी ओवेन्स ने इनके जूते पहन कर चार गोल्ड मैडल जीते तो डेसलर की धूम मच गई ( उस समय जूतो का नाम डेसलर था) लेकिन पारिवारिक लड़ाई से दोनों भाई अलग हो गए तब ऐड़ी ने एडिडास और रुडोल्फ ने प्यूमा की कंपनी शुरू की, जब ऐड़ी दुनिया से गये, तब एडिडास हर साल 4.5 करोड़ जूते बना रा था; और डेसलर स्पोर्ट्स दुनिया का बेताज बादशाह था ।
1987 मैं ने कम्पनी बेच दी गयी, लेकिन ब्रांड आज भी कायम हैं।
2006 मैं एडिडास ने 11.8 अरब डॉलर मैं रीबॉक को खरीद कर अपनी स्थिति और मजबूत कर ली।
2010 मैं एडिडास ने 11.99 अरब यूरो की बिक्री की और इसमें 42,540 कर्मचारी काम करते थे।
(क्या आप जानते थे)
एडोल्फ के पास 700 से जायदा पेटेंट्स थे । आपसी विवाद के कारण दोनों भाई एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए । कस्बे के लोग उनकी लड़ाई का खूब फायदा उठाते थे । शरारती लोग जान भुझ कर एडिडास के जुते पहन कर रुडोल्फ से मिलने जाते थे । यह देख कर रुडोल्फ आग बबूला हो जाता थे और उन लोगो को मुफ़्त जूते दे देता थे।
As always the big things start from small and normal beginning...
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